प्रशासन द्वारा लागू कठोर लॉकडाउन और नागरिकों के सहयोग से रतलाम शहर में करुणा संक्रमण की दर काबू में आ गई है लेकिन अभी भी प्रशासनिक अधिकारी किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरत रहे हैं शुक्रवार और शनिवार को जिलाधीश एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर में पुराने कलेक्ट्रेट प्रमुख मार्गों पर फ्लेगमार्च किया और शहर में आने जाने वालों से पूछताछ की बिना वजह घूमने वाले लोगों पर कार्यवाही भी की गई। 2 दिन तक विशेष सर्वे अभियान भी चलाया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग की 300 से अधिक टीमों ने सर्वे कर 250 सर्दी जुकाम और भुखार से पीड़ित मरीजों की पहचान की और उन्हें मेडिकल किट प्रदान की आने वाले समय में गंभीर लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल पहुंचाकर इलाज किया जाएगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद रतलाम प्रभारी श्री जगदीश देवड़ा जी ने कलेक्टर कार्यालय में आपदा प्रबंधन की मीटिंग ली जिसमें सभी अधिकारी उपस्थित थे मीटिंग के बाद जिलाधीश महोदय ने बताया कि 1 जून से शहर को धीरे धीरे खोला जाएगा जिसमें मोहल्ले में एकल रूप से किराना की दुकान आटा चक्की दिनभर खुली रह सकेगी लेकिन शहर मंडियों को और जहां अधिक भीड़ हो सकती है ऐसे स्थानों को अभी नहीं खोला जाएगा शहर में सब्जी के ठेले लगाए जा सकेंगे लेकिन वह एक जगह खड़े होकर सब्जी नहीं बेचेंगे और कोवीद के सभी नियमों का पालन करना शहर वासियों और व्यवसायियों के लिए आवश्यक रहेगा बाकी सभी प्रतिबंध लागू रहेंगे आने वाले समय में आपदा प्रबंधन से राय लेकर शहर को पूरी तरह अनलॉक किया जाएगा।