खबर , उन्नाव से है जहां , सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड सेंटर में दिन प्रति दिन लापरवाही व दुश्वारियों लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। संक्रमित मरीज लगातर वीडियो वायरल कर खामियों को साझा कर रहे हैं । अस्पताल प्रबंधन सब कुछ ठीक होने का दावा करते थक नहीं रहा है । यहां मरीज कैसा है, कैसी तबियत है, ये तक कोई बताने वाला कोई जिम्मेदार नहीं है । जिससे मरीजों का सब्र टूट रहा है। जो वीडियो आ रहे हैं, उनमें आक्सीजन से लेकर डॉक्टरों की भी लापरवाही दिखाई जा रही है । आज मरीजों के तीमारदारों ने अस्पताल प्रबंधन पर बेहतर इलाज न देने का आरोप लगाकर अस्पताल गेट के सामने जाम लगा , हंगामा करने लगे। जिससे लखनऊ – कानपुर हाईवे पर लखनऊ से कानपुर को जाने वाली लेन का रास्ता जाम हो गया । हंगामे की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया । एडीएम व एएसपी आनन फानन मौके पार पहुंचे और भीड़ को सब बेहतर कराने का आश्वासन देकर शांत कराया । करीब दो घंटे तक हाइवे पर जाम की स्थिति बनी रहा । आपको बता दें कि अव्यवस्थाओं के चलते 72 घंटे में 28 मौतों से मेडिकल कॉलेज प्रबन्धन पर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं । वहीं 24 घंटे में 14 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है ।
लखनऊ कानपुर नेशनल हाईवे पर नवाबगंज कस्बे में स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज को ( कोविड अस्पताल ) बनाया गया है । फिलहाल जिले में एक ही covid L – 2 लेवल हॉस्पिटल संचालित हो रहा है । जहां पर हर दिन 30 से अधिक संक्रमित मरीज भर्ती हो रहे हैं । मेडिकल कालेज प्रबंधन की लापरवाही व आक्सीजन की कमी भी मरीजों की मौत का कारण बन रहा है। यही नहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व प्रशासन की तरफ से डॉक्टर स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था न होने से भी मरीजों को उपचार में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के चलते मरीज वीडियो भी वायरल कर रहे लेकिन सीएमओ मानो बेपरवाह से बने हुए हैं । जिसका कारण है कि बीते 48 घंटे में 20 संक्रमित मरीज दम तोड चुके है। मेडिकल कॉलेज के जो हालत है और जिस तरीके से मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है, वो व्यवस्था व सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े कर रहा हैं ? वहीं गुरुवार की रात शुक्लागंज के निवासी मनोज सिंह की मौत हो गई । जिस पर मृतक के परिजनों ने आक्सीजन व उपचार न मिलने का आरोप लगाते हुए सरस्वती मेडिकल कॉलेज गेट के सामने लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर लखनऊ से कानपुर की तरफ की लेन पर जाम लगा हंगामा करने लगे । नेशनल हाईवे पर हंगामें की सूचना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया । डीएम उन्नाव रविंद्र कुमार ने तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए एडीएम राकेश कुमार सिंह व एएसपी शशिशेखर सिंह को मौके पर भेजा ।एडीएम ने परिजनों को शान्त कराकर जाम हटाया । करीब दो घंटे तक हाइवे पर जाम बना रहा । वहीं एएसपी शशिशेखर सिंह ने बताया कि संक्रमित मरीज के परिजन शव को ले जाना चाहते थे । जिसके चलते कुछ देर के लिए हंगामें के हालात बने । सबको समझा बुझाकर शांत कराया गया है ।