मथुरा कोरोना महामारी को लेकर सरकार की गाइडलाइन के अनुसार नाईट कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए है और कोई ना कोई समय निर्धारित कर दिया गया लेकिन धर्म नगरी मथुरा में मंदिरों और बाजारों का एक समय निर्धारित किया गया जब की मथुरा में रात्रि 9 से सुबह 6 तक का आदेश जारी किया गया है लेकिन उन आदेशों को मंदिर प्रबन्धन मुनीश चन्द्र द्वारा ताक पर रख ठेगा दिखाया जा रहा है आम लोकल पब्लिक के लिए मंदिर के द्वार को नाईट कर्फ्यू का हवाला देते हुए बंद किए गए है लेकिन बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए 9 बजे के बाद भी मंदिर कपाट खुले हुए है उनको दर्शन के लिए प्रवेश दिया जा रहा है उनके लिए नियम कानून लागू नहीं होते दिखाई दे रहे है कर्फ्यू तो हर इंसान के लिए है लेकिन जो लोग बाहार से आकर रात्रि 9 के बाद मंदिर में दर्शन कर रहे है क्या ये कर्फ्यू उनके लिए लागू नहीं होता जब इस बात को लेकर मीडिया मंदिर पर पहुंची तो मीडिया को मंदिर के बहार ही रोक दिया गया मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए जिससे मंदिर प्रबन्धन की काली करतूतों का पर्दाफाश ना हो जाए जब इस सम्बन्ध में मन्दिर प्रबन्धन मुनीश चंद से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने मंदिर बन्द का हवाला देते हुए फोन काट दिया अब इन तस्वीरों में साफ साफ देख सकते है कि किस प्रकार मंदिर परिसर से एक के बाद एक लोगो का हुजूम निकलता दिखाई दे रहा है नाईट कर्फ्यू है सेवायत के अलावा और कोई मंदिर गोस्वामी मंदिर में नहीं जाएगा आसपास रहने वाले लोग दर्शन को नहीं जाएंगे क्यों की नाइट कर्फ्यू है लेकिन ये कोन लोग है जिन्हे मंदिर प्रबंधन मुनीश चंद के आदेश पर मंदिर में 9 बजे के बाद प्रवेश कराया जा रहा है इनको दर्शन के लिए मंदिर में भेजा जा रहा इससे तो यही प्रतीत होता है कि मंदिर प्रबंधन मुनीश चंद के लिए जिला प्रशासन का आदेश सिर्फ हवा हवाई ही है क्यों कि मंदिर में उनकी मनमर्जी जो चलती है मंदिर में सिक्योरटी गार्डों द्वारा आज दिन श्रद्धालुओं से लोकल नागरिकों से मंदिर सेवायत
के साथ अपाद्रता करना आज दिन मारपीट की वीडियो वायरल होना उसके बाद भी उन पर कार्यवाही ना होना साफ साफ साबित करता है ये सिर्फ मुनीश चंद के आदेश पर हो रहा है अभी दो दिन पहले भी एक मंदिर के गार्डों द्वारा एक बाहर से आए श्रद्धालओं के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है उससे पहले भी मंदिर के एक सेवायत गोस्वामी की बेटी में चांटा मारने का मामले जोर पकड़ा था मौके पर इलाका पुलिस भी पहुंची थी मंदिर प्रबन्धन के खिलाफ जोर दार प्रदर्शन भी हुए था फिर भी उसके बावजूद भी इस प्रबन्धन अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई
अब देखना ये होगा कि जिला प्रशासन इस प्रबन्धन अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही करता है या ये प्रबन्धन अधिकारी मुनीश चंद जिला प्रशाशन के आदेश को ताक पर रख कर मनमानी करता रहेगा