बोकारो जिला में कोयला चोरी बढ़ गई है साईकिल मोटरसाईकिल तथा पीक अप भेन गाडियों से हर दिन लाखों रूपए की कोयला चोरी बैरमो की विभिन्न कोल परियोजनाओं सै जारी है ।कोयला चोरी पर अंकुश लगाने में पुलिस विफल साबित हो रही है। पुलिस यह दावा कर रही है कि काफी हद तक कोयला चोरी पर अंकुश लगा है, परंतु पुलिस का दावा और जमीनी हकीकत में काफी अंतर है।सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोयला चोरी रोकने के लिए वरीय पुलिस पदाधिकारियों की ओर से जिले के थानों की पुलिस को सख्त निर्देश दिया गया है। बावजूद इस ओर कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिख रही है। सेक्टर के कई थानों से होते हुए बालीडीह ओपी थाना क्षेत्र के वट बस्ती मानगों मॆं आधी रात को यहा कोयला की मंडी सजती है।यहा सै खरीदा गया कोयला साईकिल मोटरसाईकिल सै ढोकर बंगला चिमनी ,ईट भट्टो सेक्टरों में और बालीडीह वियाडा के फैक्ट्रियों में पहुंचाया जाता है।ठीक इसी तरह खेतकों चलकरी, अंगबाली ,तैनुघाट नहर मारग हो कर जंगली रास्तै सै जैनामोड खुटरी पोलीटेक्निक के पास होकर वियाडा तथा जरीडीह ग्रामीण क्षेत्र गोपीनाथपुर पथुरिया गायछंदा गांव होकर सिमा सै सटै बंगाल पहुंचाया जा रहा है साथ ही साथ चंद्रपुरा से बोकारो सिटी के सभी सेक्टरों में 2 गुना 3 गुना दाम में बेचा जाता है कोयला चोरी के धंधे में बच्चे व महिलाओं को भी उतार दिया गया है जो कभी भी तातरी , चंद्रपुरा, चंदनक्यारी दामोदर नदी तट पर दैखा जा सकता है।कोयला चोरी पर अंकुश लगाने के लिए सभी क्षेत्रों के ओपी हो या थाना की पुलिस रात में गश्ती करती है फिर भी कोयलै की इस चोरी को रोकने में पुलिस विफल साबित हो रही है।जबकि जिलै मै आयोजित होनै वाली अपराध गोष्ठी में थानेदारों को निर्देश दिया जाता है कि कोयला चोरी पर हर हाल में अंकुश लगाना है। इसके बाद भी पुलिस चोरी रोकने में विफल है।

बोकारो, झारखण्ड,अनिल कुमार अनिल कुमार की रिपोर्ट
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