मौत के साए में जीते हैं हर एक सेकंड
बोकारो के फायर ब्रिगेड की बिल्डिंग इतना जर्जर हो गया है कि हमेशा इसका छत या रेलिंग टूट टूट कर गिरते रहता है कई बार तो फायर ब्रिगेड के जवान ही घायल हो चुके हैं आप यह भी कह सकते हैं दूसरों को जिंदगी बचाने वाले आज खुद लाचार और बेबस हो गए हैं हर सेकंड मौत के साए में रहने पर है मजबूर फायर ब्रिगेड के अधिकारी बोकारो उपायुक्त को जर्जर भवन का सूचना लिखित रूप में कितने बार दिए लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई फायर ब्रिगेड का जवान जो रहते हैं उनके ब्रेक के भी स्थिति दयनीय है खिड़की ,दरवाजा, छत सब टूटे हुए बरसात के समय में खिड़की में पॉलिथीन लगाकर अपना बचाव और सम्मान का बचाव करते हैं लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती है उनके छत की भी स्थिति इसी प्रकार का है उनके छत से भी पानी चुटा रहता है । एक कहावत है : आसमान से गिरा खजूर पर अटका: वाली बात हो गई बरसात के समय में दयनीय स्थिति हो जाती है लेकिन जिला प्रशासन कान में तेल डालकर सो गए।

फायर ब्रिगेड के हालदार भैरव मुर्मू : ने बताया यह बिल्डिंग की स्थिति इतनी जर्जर है कि बरसात के समय में पानी पूरा चुने लगता है कभी-कभी यह भी होता है बरसात होने के बाद छता टूट टूट के गिर जाता है जिस वजह से हमारे जवान भी घायल हो जाते हैं इसकी सूचना लिखित रूप से हमारे ऊपर के अधिकारी बोकारो उपायुक्त को दिए हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई ।

फायर ब्रिगेड के जवान सुरेश पासवान : ने बताया कि जब रात में हम लोग सोते हैं तो बहुत डर लगा हुआ रहता है खासकर बरसात में और जब बिजली गरजता है तो और हम लोग को डर बढ़ जाता है क्योंकि इतनी जर्जर बिल्डिंग में हम लोग रह रहे हैं कि कब टूट कर गिर जाए कह नहीं सकते हैं और अगल बगल में इतने घने जंगल हैं की कब उसमें से कोई खतरनाक जानवर आ जाए इसका भी डर हमेशा हम लोग को लगता है रात में हम लोग सो नहीं पाते हैं