वार्ड नंबर 35 के मौजूदा पार्षद पिंटू सिंह हुऐ जनता के सामने फैल

गाजियाबाद :- स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की रैंकिंग मैं गाजियाबाद प्रदेश का पहला और देश का भारत सबसे स्वच्छ शहर बना था, जिसमें प्रदेश की राजधानी लखनऊ को भी गाजियाबाद ने पछाड़ दिया था शहर को स्वच्छ रखने के लिए यहां कई सारी एविटविटीज भी होती रहती है इसके बावजूद जमीनी हकीकत बहुत सारे सवालों को खोज लाती है गाजियाबाद नामा आपके सामने लेकर आ रहा है गाजियाबाद के वार्डओ का लेखा जोखा। गाजियाबाद के पार्षदों का 5 साल का रिपोर्ट कार्ड देखिए पार्षद फेल होते हैं या पास जनता के जुबानी।

गाजियाबाद नामा संवादाता मानसी झा गाजियाबाद के अकबरपुर        वार्ड नंबर 35 के पार्षद श्री पिंटू सिंह के 5 सालों का लेखा-जोखा लेने पहुंची जनता के पास उनसे बात की और उनकी समस्याओं को जानी।

वार्ड नंबर 35 के स्थानीय निवासी लीला का कहना था कि मैं 18 साल से बहरामपुर में रह रही हूं लेकिन 18 साल पहले इससे ज्यादा स्थिति ठीक थी जो स्थिति आपकी खराब है अगर मैं बात करूं 5 सालों की तो इन यहां के जो मौजूदा पार्षद है पिंटू सिंह उन्होंने किसी भी तरीके का विकास नहीं करवाया है जब वह अपने कार्यालय का ही विकास नहीं करवा पाए तो वह वार्ड का क्या विकास करेंगे नहीं तो वह आते हैं आप पर जनता की समस्या सुनते हैं और जब भी जनता जाती है उनके पास समस्या को लेकर के तो वह सुनके अनसुनी कर देते हैं यहां पर किसी भी तरीके का कोई भी विकास नहीं कराया गया है 18 साल से सड़के की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है यह सारी समस्या पार्षद को नजर नहीं आती है 18 साल हो गए मुझे रहते हुए कई बार पार्षद में भी बदलाव किया गया है लेकिन सारे पार्षद एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं चुनाव से पहले बस यह वादे ही बड़े से बड़े करते हैं और उन वादों को पूरा नहीं करते हैं साथ ही लीला जी का क्या नाम था वार्ड नंबर 35 बहरामपुर में इतनी ज्यादा समस्या है सबसे बड़ी समस्या हमारे घर के सामने कूड़े का भंडार बना हुआ है ना ही तो यहां पर पानी की व्यवस्था है ना ही साफ-सफाई को लेकर के सड़कें पूरी तरीके से खराब है आए दिन यहां पर एक्सीडेंट होता रहता है यह सारी समस्या पार्षद को नहीं दिखती है

वार्ड नंबर 35 के ही स्थानीय निवासी प्रियंका का कहना था मुझे 10 साल हो गए हैं यहां पर रहते रहते लेकिन किसी भी तरीके का विकास नहीं किया गया है पिंटू सिंह से पहले पिंटू यादव यहां के पार्षद थे उन्होंने भी किसी भी तरीके का विकास नहीं करवाया है सिर्फ पिंटू सिंह को हम लोगों ने चुना कि नए भाभी पार्षद है शायद बहरामपुर में विकास कर पाएंगे लेकिन यह भी पिंटू यादव के तरह ही निकले बस चुनाव से पहले गली-गली आकर के वोट की भीख मांगते हैं हाथ जोड़कर के और जीतने के बाद फिर वह भूल जाते हैं कि किस तरीके से भीख मांगे थे ल

सड़के की हालत इतनी ज्यादा खराब है कई बार सड़कों की समस्या लेकर के हम लोग पार्षद के पास गए पार्षद के लोग आई थी और सड़के को कई बार नाप करके भी गए लेकिन नाही तो आज तक सर के यहां पर बनी है और ना ही मुझे लगता है कि कभी बन पाएगी कई बार हम लोग गए भी हैं समस्या को लेकर के लेकिन पार्षद ने उस समस्या के ऊपर कभी कार्रवाई नहीं की ना ही तो यहां पर पीने का पानी साफ आता है ना ही यहां पर साफ सफाई की व्यवस्था है चुनाव से पहले जब पार्षद यहां पर वोट मांगने के लिए आए थे तो हम लोगों ने यह सारी समस्या उनको बताई थी तो उनका कहना था हां हम यह सारी समस्या का समाधान करेंगे बस एक बार मुझे वोट दे करके देखो लेकिन अब तक इस समस्या के ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया गया है

वार्ड नंबर 35 के हेमलता का कहना था कि 14 साल हो गए हैं मुझे बहरामपुर में रहते रहते जो स्थिति 14 साल पहले की थी उस से भी बदतर स्थिति अब की है अगर मैं बात करूं 5 सालों की सबसे खराब स्थिति इन 5 सालों की है जब से यह पिंटू सिंह आया है वार्ड नंबर 35 बहरामपुर मैं तब से वार्ड नंबर 35 का बुरा हाल कर दिया है किसी भी तरीके का पार्षद ने काम नहीं किया है हम लोगों को किसी भी तरीके की पार्षद से कोई सुविधाएं नहीं मिली है वह खाली नाम का ही पार्षद है उन्होंने 5 सालों में किसी भी तरीके का काम नहीं करा है। वार्ड नंबर 35 के स्थानीय निवासी प्रवीण कुमार यादव का क्या नाम था 25 साल हो गए हैं मुझे बहरामपुर में रहते रहते लेकिन 25 साल पहले की स्थिति काफी अच्छी थी 5 सालों के दौरान पिंटू  सिंह ने पूरी तरीके से नाश कर दिया बहरामपुर को किसी भी तरीके का काम नहीं कराया है और अब नया कानून और ले कर के आ रहे हैं इनका कहना है होता है कि जब भी सरकार के द्वारा कोई योजना निकलती है या सरकार के द्वारा कोई मकान निकलता है गरीब लोगों के लिए तो इनका कहना होता है कि इस पैसों को आधा मुझे दो उसके बाद ही यह मकान तुमको मिल पाएगा एक तो किसी भी तरीके का विकास नहीं कराया इन्होंने दूसरी तरफ जब भी सरकार हमारी किसी भी तरीके से कोई सहायता करती है तो उसमें भी यह टांग हटाते हैं इनका कहना होता है कि अगर तुम लोग सरकार की किसी भी योजना का लाभ उठाओगे तो उसका 50% पहले मुझे दोगे क्या इसी तरीके का विकास होता है क्या हर वार्ड में इसी तरीके का पार्षद होता है साथ ही उनका कहना था कि ना ही तो पार्षद ने 5 सालों में साफ-सफाई को लेकर के काम करवाया है ना ही यहां पर सड़के की व्यवस्था ठीक की गई है जो स्थिति 15 साल पहले की थी वही स्थिति अब की है यह खाली नाम का ही पार्षद है इन्होंने काम एक परसेंट का नहीं किया है बस चुनाव से पहले बड़े से बड़े वादे किए थे उन वादों को अभी तक पूरे नहीं किया साथ ही उनका यह भी कहना है जो पार्षद अपने कार्यालय की साफ-सफाई ना करवा सके वह वार्ड की क्या साफ-सफाई करवाएगा

वार्ड नंबर 35 के स्थानीय निवासी हिमांशु को कहना था कि पिंटू सिंह वार्ड नंबर 35 का पार्षद है जो कि खाली नाम का ही पार्षद है उसने एक परसेंट का काम नहीं करवाया है जब से यह यहां का पार्षद बना है इसने बनी बनाई कॉलोनी का चौपट कर दिया है बस कई बार अपने लोगों को लेकर के आए हैं और सड़कों की नाप नपाई करके गए हैं लेकिन आज तक सड़के नहीं बनाई गई है और वह तब आते हैं जब हम लोग इनके कार्यालय पर जाते हैं अपनी समस्याओं को लेकर के इनके कालिया की हालत इतनी ज्यादा खराब है ऐसा लगता है जैसे कि कितने सालों से मां की साफ-सफाई ना की गई हो जो पार्षद अपने कार्यालय को साफ सफाई करके ना रख सके वह बोर्ड की क्या साफ-सफाई करेगा इससे अच्छा है कि वह पार्षद ही ना रहे पिंटू सिंह ने किसी भी तरीके का काम नहीं करवाया है किसी भी तरीके का हम लोगों को लाभ नहीं दिया है साथ ही उनका कहना था ना ही तो पिंटू सिंह ने साफ-सफाई को लेकर काम करवाया नाइस सड़कों को लेकर के और सबसे मेन मुद्दा यहां पर पानी की व्यवस्था भी ठीक नहीं है पानी भी इतना गंदा आता है कि लोग पीने से भी हिचकी चाहते हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट
समय भारत 24×7

Ankit Sah
Author: Ankit Sah

Freelance Web Editor in SamayBharat24x7

By Ankit Sah

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