नवरात्रि और रमजान में बढ़ी फलों की डिमांड, कीमतों में आई 30-40 फीसदी उछाल

गाजियाबाद: 22 मार्च से नवरात्रि की शुरुआत होने के बाद 24 मार्च से रमजान भी शुरू हो गए हैं. नवरात्रि में एक तरफ लोग जहां व्रत रखते हैं, वहीं दूसरी तरफ रमजान में रोजे रखे जाते हैं. इस साल नवरात्रि और रमजान लगभग एक साथ आए हैं और दोनों के दौरान फलों का सेवन अधिक होता है, जिससे बाजारों में फलों की डिमांड काफी बढ़ गई है. इसका सीधा असर फलों के दामों पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. गाजियाबाद में फलों के दाम 30 से 40 फीसदी तक बढ़ गए हैं.

हफ्तेभर पहले 120 रुपये किलो बिक रहा सेब अब 160 से 180 रुपये तक पहुंच गया है. वहीं 50 रुपये किलो बिकने वाला संतरा भी 70 रुपये किलो बिक रहा है. इसके अलावा चंद दिनों पहले मीडियम साइज के अनार बाजार में 100 रुपये किलो मिल रहे थे, जो अब 130 से 150 रुपये के बीच पहुंच गए हैं. वहीं 25 रुपये किलो बिकने वाला तरबूज, रमजान-नवरात्रि के दौरान 30 से 35 रुपये किलो मिल रहा है. रमजान में खजूरों के दामों में इजाफा होना आम बात है. इसके चलते 100 रुपये किलो बिक रहे खजूर के दाम 130 रुपये तक पहुंच गए हैं. और तो और, अमरूद के दाम भी 80 से 110 रुपये किलो पहुंच गए हैं.

इस बारे में गाजियाबाद सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल यादव ने बताया कि, नवरात्रि और रमजान के दौरान सब्जियों के भाव में कुछ खास इजाफा नहीं हुआ है. जबकि फलों के दाम तेजी से बढ़े हैं. हालांकि मंडी में फलों के ग्राहकों में गिरावट आई है. उन्होंने बताया कि महीने भर पहले सेब 50 रुपये किलो बिक रहा था, क्योंकि तब सेब की फसल का समय था. लेकिन मौजूदा समय में सेब कोल्ड स्टोरेज से आ रहा है, इसलिए यह महंगा हो गया है. आमतौर पर मार्च के आखिर में सेब महंगा होता है. लेकिन रमजान के बाद फलों की डिमांड कम होगी तो इसके दामों में गिरावट आ जाएगी.

उन्होंने बताया कि, आमतौर पर जब फल महंगे होते हैं, तो ग्राहक उसे कम मात्रा में खरीदता है. ऐसे में दुकानदार भी रिटेल में बेचने के लिए मंडी से फलों की कम मात्रा उठाते हैं, क्योंकि फल अगर समय से नहीं बिका तो वह खराब हो जाएगा, जिससे उसको नुकसान उठाना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि, जिस हिसाब से फलों के दामों में इजाफा हुआ है, उससे कहीं न कहीं बिक्री पर भी असर पड़ा है. अमूमन नवरात्रि और रमजान के दौरान फलों के दामों में इजाफा देखने को मिलता है, लेकिन इस साल फलों की कीमतों में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है, जिससे कहीं न कहीं आम आदमी का बजट बिगड़ गया है.

ब्यूरो रिपोर्ट
समय भारत 24×7

Ankit Sah
Author: Ankit Sah

Freelance Web Editor in SamayBharat24x7

By Ankit Sah

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