गाजियाबाद जिला अस्पताल में चार दिन से बिजली गुल, टॉर्च लाइट में मरीजों को देख रहे डॉक्टर
उत्तर प्रदेश के दिल्ली से सटे गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां बिजली नहीं होने से एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों को मोबाइल और टॉर्च लाइट में मरीजों को देखना पड़ा।
बताया गया है कि चार दिन से डॉक्टर अस्पताल की खिड़कियों को खोलकर या फिर टॉर्च लाइट के भरोसे मरीजों को दवाइयां लिख रहे हैं।
टॉर्च लाइट में दवाइयां लिख रहे डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के दो मुख्य सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में से एक संजय नगर स्थित जिला संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर टॉर्च लाइट के उजाले में मरीजों के लिए पर्चों पर दवाइयां लिख रहे हैं।
बताया गया है कि यहां कि ओपीडी में औसतन एक दिन में करीब 1,000 मरीज आते हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में वायरिंग चार दिन से खराब है।
अस्पताल के दो विभागों में है बिजली की समस्या
इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विनोद चंद पांडेय ने बताया कि फॉल्ट ग्राउंड फ्लोर के दो विभागों में है। फिलहाल स्त्री रोग विभाग प्रथम तल पर है। हालांकि सामान्य ओपीडी में डॉक्टर मरीजों को संभालने के लिए काफी मशक्कत कर रहे हैं। लाइट न होने के कारण कम रोशनी में दवाइयां लिख रहे हैं।
लोड ज्यादा होने के कारण जल गई वायरिंग
रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल के अधिकारियों को उम्मीद थी, रविवार तक ओपीडी में बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी। बताया गया है कि लोड ज्यादा होने के कारण अस्पताल के प्रथम तल पर वायरिंग जल गई थी, जिसके बाद बिजली की समस्या खड़ी हो गई।
जल्द ठीक हो जाएगी समस्याः मुख्य चिकित्सा अधीक्षक
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से भी कहा गया है कि गाजियाबाद के जिला अस्पताल में चार दिन से बिजली गुल है। इस कारण टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर मरीजों की जांच कर रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विनोद पांडेय की ओर से कहा गया है कि बिजली बहाली में कुछ और समय लगेगा। हमने अपनी तरफ से व्यवस्था कर ली है
ब्यूरो रिपोर्ट
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