केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने की दिल्ली पुलिस की तारीफ

केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान कहा कि दिल्ली पुलिस के लिए वर्ष 2023 बहुत महत्वपूर्ण है। इस वर्ष होने वाले जी-20 सम्मेलन की भारत अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान कई देशों के राष्ट्रीय अध्यक्ष आएंगे। उनकी सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था में भी दिल्ली पुलिस देश को यश दिलाएगी।

पूरी दुनिया करती है प्रशंसा- शाह

शाह ने कहा कि दिल्ली में कई देशों के दूतावास हैं, अतिमहत्वपूर्ण व्यक्तियों के आवास हैं। इसीलिए दिल्ली पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की पूरी दुनिया प्रशंसा करती है।आज़ादी से पहले पुलिस के काम में सेवा का सूत्र शामिल नहीं था।आज़ादी के बाद दिल्ली पुलिस शांति, सेवा और न्याय के सूत्रों के साथ आगे बढ़ी और इस उद्देश्य परिवर्तन के साथ ही इस 75 साल की यात्रा में दिल्ली पुलिस ने अपने कार्यों, गतिविधियों और विचारों में काफी परिवर्तन किए हैं।

कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली पुलिस का मानवीय चेहरा सबके सामने आया जिसने देश-दुनिया में इसकी छवि को बदलने का काम किया। इस दौरान उन्होंने विशेष सेवा देने वाले पुलिस कर्मियों व सिविल लाइंस थाने को दिल्ली का सर्वश्रेष्ठ थाना चुनने पर एसएचओ को सम्मानित किया।

शाह ने दी श्रद्धांजलि

शाह ने स्थापना दिवस परेड में एएसआइ शंभू दयाल को भी श्रद्धांजलि दी, जिनकी पश्चिमी दिल्ली के मायापुरी में एक झपटमार ने हत्या कर दी थी। अमित शाह ने कहा कि शंभू दयाल के सर्वोच्च बलिदान से सभी की आंखों में आंसू आ गए थे।शंभू दयाल ने मायापुरी में झपटमार को पकड़ा था।आरोपित ने उन पर चाकू से कई बार वार किया था।दयाल ने चार दिनों तक अपने जीवन के लिए संघर्ष किया, लेकिन आठ जनवरी को उन्होंने दम तोड़ दिया।

देश की कानून व्यवस्था में आए हैं परिवर्तन

शाह ने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2023 तक देश की कानून-व्यवस्था की परिस्थिति और आंतरिक सुरक्षा के मोर्चों पर आमूलचूल परिवर्तन आए हैं। कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद हमारी सुरक्षा एजेंसियों का आतंकवाद पर संपूर्ण वर्चस्व दिखाई देता है। जम्मू-कश्मीर में ताजा आंकड़ों के अनुसार आतंकी घटनाओं में बहुत बड़ी गिरावट आई है।

कश्मीर में करोड़ों लोग पर्यटन के लिए आ रहे हैं। शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद कई दशकों से हमारे देश के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ था, लेकिन अब इसमें बहुत कमी आई है।उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से होने वाली हिंसा के सबसे कम आंकड़े वर्ष 2022 में देखे गए हैं और वामपंथी उग्रवाद सिमटकर अब सिर्फ 46 पुलिस थानों तक रह गया है।

उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने झारखंड और बिहार के बॉर्डर पर बूढा पहाड़ सहित कई क्षेत्रों को वामपंथी उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त कराने का काम किया है। अमित शाह ने कहा कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी पहले उग्रवाद फैलाने वाले अनेक ग्रुप कार्यरत थे लेकिन आज वहां शांति प्रस्थापित हुई है। 60 प्रतिशत उत्तर-पूर्व से आज अफसपा हटा लिया गया है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में 8000 से ज्यादा युवा हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।

अंतरराष्ट्रीय गैंग पर कसी नकेल

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली, पंजाब, राजस्थान पुलिस और एनआइए ने मिलकर उत्तर भारत में अंतरराज्यीय गैंग पर नकेल कसना शुरू किया। जिसमें इन्हें बहुत बड़ी सफलता मिली, इसमें दिल्ली पुलिस का भी बहुत बड़ा रोल है।

ब्यूरो रिपोर्ट
समय भारत 24×7

Ankit Sah
Author: Ankit Sah

Freelance Web Editor in SamayBharat24x7

By Ankit Sah

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