फाल्गुन महाशिवरात्रि 2023 दो दिवसीय महोत्सव

सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि का महापर्व बहुत धूम धाम से मानाया जायेगा जिसमें लाखों शिवभक्त भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक करके अपनी मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं , इसलिए भक्तों को शान्ति पूर्वक जलाभिषेक करके अपने निज निवास तक जाये उनको कोई कष्ट ना हो क्योंकि कि पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा का मानना है हर जीव शिव है और हम सभी की जीवन यात्रा भी जीव से शिव की ओर है इसलिए सभी भक्त को कोई कष्ट ना हो इसके लिये भगवान दूधेश्वर की कृपा से समस्त समाधी वाले सिद्ध गुरमुर्तियो की कृपा आशीर्वाद से पूज्य गुरुदेव के दिशानिर्देश में एवं मन्दिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग जी उपाध्यक्ष अनुज गर्ग जी के पूर्ण सहयोग से साथ ही गाजियाबाद जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन,नगर निगम सभी के सहयोग से महाशिवरात्रि महापर्व दो दिवसीय बहुत ही सुन्दर रूप से भव्यता से मनाया जायेगा जिसमें व्यवस्था श्रीमहन्त गौरी गिरि दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर समिति व श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल जी द्वारा होगी ,
महाशिवरात्रि दो दिवसीय कार्यक्रम
17 फरवरी त्रयोदशी शिव बारात रात्री 9 बजे
17/18 की रात्री 12 से शिवरात्रि जलाभिषेक प्रारंभ
प्रातः काल भगवान दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार व 56 भोग प्रसाद महाआरती 3:30 बजे
सायंकाल भव्य श्रृंगार व 56 भोग प्रसाद महाआरती6:30 बजे
महाशिवरात्रि 18 फरवरी अष्टप्रहरी अभिषेक पूजन
प्रथम प्रहर 5बजे से 7 बजे तक
द्वितीय प्रहर 7:30 बजे से 9 बजे तक
तृतीय प्रहर 9:30 से 11 बजे तक
चतुर्थ प्रहर 11:30 बजे से 1 बजे तक
पंचम प्रहर 1:30 बजे से 3 बजे तक
षष्ठ प्रहर 4बजे से 6 बजे तक
सप्तम प्रहर 8बजे से 10 बजे तक
अष्टम प्रहर 10 बजे से 12 बजे तक
चतुर्दशी 18 फरवरी सायंकाल 8 बजकर 1 मिनट से 19 फरवरी सायंकाल 4बजकर 17 मिनट तक
महाशिवरात्रि व्रत 18 फरवरी को मान्य है , महाशिवरात्रि का महत्व रात्री का है इसलिए 18 फरवरी को रात्रीकाल शिव चौदश मान्य है 19 फरवरी को रात्रीकाल में चतुर्दशी नहीं है इसलिए महाशिवरात्रि व्रत पूजन 18 फरवरी को मान्य है।

ब्यूरो रिपोर्ट
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