रैपिड रेल को मिली 3596 करोड़ की रफ्तार

गाजियाबाग। देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आकआरटीएस) को 3596 करोड़ रुपये मिलेगी। बुधवार को जारी हुए आम बजट का आवंटन किया गया। साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड में रेल का संचालन मार्च 2023 से प्रस्तावित है। ऐसे में करोड़ों के बजट की एक और डोज मिलने से अन्य खंड पर रैपिड रेल समय से दौड़ेगी।

 

आपकी जानकारी के मुताबिक बता दे कि आरआरटीएस प्रोजेक्ट की कुल लागत 30274 करोड़ है। अब तक नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) की ओर से कॉरिडोर के निर्माण पर 11 हजार करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। सबसे पहले दिल्ली सराय कालेखां से मेरठ तक 82 किमी लंबे प्रोजेक्ट पर तेज गत से काम जारी है। पूरे कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन का निर्माण होना है। प्राथमिकता खंड का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ हाईस्पीड टेस्टिंग ट्रायल जारी है। पहले खंड के स्टेशनों का निर्माण कार्य 90 फीसदी हो चुका है। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि बजट आवंटन के बाद अन्य खंड में निर्माण की गति और तेज होगी। आपको बता दे कि  82 किमी लंबे कॉरिडोर में 14 हजार से अधिक मजदूर और 1100 इंजीनियर की टीम दिनरात काम कर रही है। एलिवेटेड कॉरिडोर की कुल लबांई 70 किमी है, इसमें से 65 फीसदी एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। वहीं भूमिगत कॉरिडोर की लंबाई 12 किमी है। इसमें से 35 फीसदी हिस्से में सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। पूरे कॉरिडोर पर 2025 के शुरुआत में रैपिड रेल का संचालन शुरु करने की योजना है।

Ankit Sah
Author: Ankit Sah

Freelance Web Editor in SamayBharat24x7

By Ankit Sah

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