निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा में दाखिला ना पाने वाले बच्चों के अभिभावक 10 अक्टूबर को करेंगे भूख हड़ताल

ग़ाज़ियाबाद : पटेल नगर स्थित सुभाषिनी ऑफसेट पर आरटीई के तहत दाखिले कराने वाले अभिभावकों ने एक पत्रकार सम्मेलन आयोजित किया जिसमे पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए अभिभावक चारु चौधरी,आशा माहौर,सरफ़राज़,रियाज्जुदीन ने बताया कि उन्होंने निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा 2009 के तहत वर्ष 2022-23 के लिए आवेदन करा था । सरकारी स्तर से जाँच के उपरांत उनके बच्चों को दाखिले के लिए पात्र माना गया।

निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा 2009 के तहत,वर्ष 2022-23 में सफ़ल आवेदकों के दाखिला ना हो पाने वाले बच्चों के अभिभावक 10-अक्टूबर-2022 से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठेंगे,जोकि 11-अक्टूबर-2022 से भूख हड़ताल में तब्दील होगा

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी/नोडल अधिकारी को पत्र के माध्यम से दी जानकारी,पत्र की कॉपी राज्य सरकार में मंत्री नरेंद्र कुमार कश्यप,कमिश्नर मेरठ मंडल,जिला अधिकारी,अपर शिक्षा निदेशक,जनपद बाल संरक्षण समिति व नगर मैजिस्ट्रेट को भी दी गयी

महीनों धक्के खाने के बाद भी अनेकों स्कूलों ने दाखिले नही लिए तब जिला अधिकारी ने समितियों का गठन कर प्रशासनिक अधिकारियों को दाखिले कराने की जिम्मेदारी सौपी फ़लस्वरूप अनेको स्कूलो में दाखिले हो गए। जबकि दिल्ली पब्लिक मेरठ रोड़ गाजियाबाद,डीपीएसजी डासना व सुन्दरदीप डासना में दाखिले नही होने की स्थिति में डीपीएसजी मेरठ रोड़ पर स्वयं नगर मैजिस्ट्रेट ने 27 अगस्त 2022 को पहुचकर
9 बच्चों के रजिस्ट्रेशन कराए। सुन्दरदीप ने स्पष्ठ कर दिया कि उनके यहां आरटीई कानून लागू नही होता व गुरुकुल दा स्कूल ऑफ एक्ससेलेंस जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर है वहां मात्र 3 बच्चों के दाखिले करे है।

“दाखिले न होने पर हमने राज्य सरकार में मंत्री श्रीमान नरेंद्र कश्यप जी,कमिश्नर मेरठ मंडल,अपर शिक्षा निदेशक मेरठ मंडल व बाल संरक्षण समिति को पत्र देकर बच्चों के दाखिले कराने की मांग की लेकिन कोई परिणाम न निकलता देख बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर बच्चों का दाखिला अन्य स्कूल में कराने का अनुरोध किया । लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे बच्चों के भविष्य की बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी कोई चिंता नही है। इस वर्ष का सत्र समाप्त होने को है लेकिन हमारे बच्चे आज भी दाखिलों का इंतजार कर रहे है।
अब चक्कर लगाते हुए महीनों बीत चुके है। जिसका शिक्षा विभाग पर कोई असर नही पड़ रहा है। जिले का शिक्षा विभाग सरकार से वेतन लेकर स्कूल प्रबन्धको के लिए काम कर रहा है।तभी ना तो हमारे बच्चों के दाखिले हो पा रहे है ओर ना ही दाखिला न करने वाले स्कूलों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जा रही है।”

अभिभावकों ने तय किया है कि वह 10-अक्टूबर-2022 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यलय पर धरने पर बैठेंगे जोकि अगले दिन 11-अक्टूबर-2022 को भूख हड़ताल में तब्दील होगा । अभिभावकों का कहना है गाँधी जयंती पर गाँधीवादी तरीके से ही अपनी बात ओर शिक्षा विभाग की नाकाम्बियों को सरकार तक पहुचायेंगे।

पत्रकारवार्ता में ऑल स्कूल पेरेन्ट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानी जैन, महासचिव सचिन सोनी,नवीन कुमार,वसीम आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे

ब्यूरो रिपोर्ट
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