“पितृ दोष”

पितृ दोष तब होता है जब सूर्य, चंद्र, राहु या शनि इनमें से कोई दो एक ही भाव में हों. पितृ दोष के कारण संतान से जुड़ी हर तरह की परेशानी होती है. मान्यता के अनुसार यदि पितरों का अंतिम संस्कार ठीक से न किया जाए तो पितरों का क्रोध बना रहता है, जिसका खामियाजा व्यक्ति को भुगतना पड़ता है.

पितृ दोष होने पर व्यक्ति को जीवन में संतान का सुख नही मिलता और अगर किसी तरह मिल भी जाये तो संतान विकलांग, मंदबुद्धि या फिर चरित्रहीन होती है. या फिर बच्चे का जन्म होते ही मौत हो जाती है.

ज्योतिष सलाहकार, रिलेशनशिप एडवाइजर, लव गुरु, एस्ट्रो “सैंटी”